zest for ur desire
"ओस की बुँदे ऐसी बिखरी है पत्तों परमानो हमारे साथ चाँद भी रोया हो उनकी याद में"बहुत खूब - अति सुंदर
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति...*साहित्य प्रेमी संघ**गद्य सर्जना**काव्य कल्पना*
वाह ऋचा थोड़े से शब्दों में बहुत कुछ कह दिया .. सुन्दर रचना ... यहाँ भी पधारे ... http://unbeatableajay.blogspot.com/
thanks to all
" भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" की तरफ से आप को तथा आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामना. यहाँ भी आयें, यदि हमारा प्रयास आपको पसंद आये तो फालोवर अवश्य बने .साथ ही अपने सुझावों से हमें अवगत भी कराएँ . हमारा पता है ... www.upkhabar.in
Happy Holi to you also
तेरे हर झूट पे यकीन करने का मन करता है पर क्या करें तेरा हर सच बहुत कड़वा होता है
"ओस की बुँदे ऐसी बिखरी है पत्तों पर
ReplyDeleteमानो हमारे साथ चाँद भी रोया हो उनकी याद में"
बहुत खूब - अति सुंदर
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति...
ReplyDelete*साहित्य प्रेमी संघ*
*गद्य सर्जना*
*काव्य कल्पना*
वाह ऋचा थोड़े से शब्दों में बहुत कुछ कह दिया .. सुन्दर रचना ... यहाँ भी पधारे ... http://unbeatableajay.blogspot.com/
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