Sunday, February 27, 2011

जिस रात की सुबह नहीं उस रात का मुसाफिर हूँ 
काफ़िर तो नहीं पर इस रात की ख़ामोशी का कायल हूँ 

Friday, February 25, 2011

नज़र को उस नज़र से मत देखो जो नज़र आप को नज़रन्दाज़ करती है 
दुनिया की भीड़ में उस नज़र को धुन्धो जो नज़र सिर्फ तुमसे प्यार करती है
 
नज़र को उस नज़र से मत देखो
जो नज़र तुम्हें नज़रन्दाज़ करती है 
दुनिया की भीड़ में उस नज़र को dhondo

Friday, February 18, 2011

कुछ खोये बिना तुमको पाया है 
कुछ माँगे बिना तुमको पाया है
नाज है हमें अपनी तकदीर पर 
जिसने हमें तुमसे मिलाया है

Monday, February 14, 2011

एक लम्हें ने जिंदगी सँवार दी
एक लम्हे ने जिंदगी उजाड़ दी
क़सूर उनका नहीं हमारा था ,
जो उन दोनों लम्हों में हमने जिंदगी गुजार दी

Tuesday, February 8, 2011


खुदा की इस दुनिया में हर चीज़ नायब है
किसी को किसी से गिला और किसी को किसी से
शिकायत है
गम है यहाँ या नहीं ये जानते ही नहीं
बस एक दुआ है किसी को मेरे वजह से शिकायत न हो 
दुनिया की तस्वीर जो देखि इसकी हर चीज़ नायब लगी

झूट

तेरे हर झूट पे यकीन करने का मन करता है  पर क्या करें तेरा हर सच बहुत कड़वा होता है