दुनिया के दस्तूर है पर मेरा दिल मजबूर है
तुझे चाहा है इस कदर की मेरा हर जख्म तेरा ही वजूद है
तुझे बेशक हक है अपने चाहने वालो को तडपाने की
पर तेरे इस शौक में मेरा भी हिस्सा जरुर है
तुझे चाहा है इस कदर की मेरा हर जख्म तेरा ही वजूद है
तुझे बेशक हक है अपने चाहने वालो को तडपाने की
पर तेरे इस शौक में मेरा भी हिस्सा जरुर है
Sunder panktiyan hain...richa...
ReplyDeletethanks mam after a long time i have recieved comment on my post
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