heart desire
zest for ur desire
Friday, February 25, 2011
नज़र को उस नज़र से मत देखो जो नज़र आप को नज़रन्दाज़ करती है
दुनिया की भीड़ में उस नज़र को धुन्धो जो नज़र सिर्फ तुमसे प्यार करती है
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झूट
तेरे हर झूट पे यकीन करने का मन करता है पर क्या करें तेरा हर सच बहुत कड़वा होता है
(no title)
बैठा है वो किसी और की पनाहों में रहता जो कभी मेरी निगाहों में दूर हो गया हूँ खुद से इतना जो पास था कभी खुद के उसके आने से
(no title)
जीवन पथ जटिल है ये , कालचक्र कठिन है ये , पग - पग पे भेद भाव है , रक्त - रंजित पाँव है , जन्म से किसी के सर वंश की छाँव है , झूठ के रथ...
(no title)
तेरी हर आरज़ू मेरी चाहत बन जाये तेरी हर शाम मेरे नाम हो जाये जो पूरा हुआ ये खवाब तो खुदा की इनायत तेरी इबादत बन जाये
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