heart desire
zest for ur desire
Friday, April 22, 2011
उसको चाहा भी तो इज़हार करना न आया
कट गयी उम्र सारी हमें प्यार करना न आया
उसने माँगी भी तो जुदाई माँगी
और हमें इंकार करना न आया
Sunday, April 17, 2011
क्यूँ आज मन उदास है
क्यूँ आज सपने नहीं मेरे पास है
क्या उठ गया है विश्वास खुद से
की शक में शक्शियत मेरी आज है
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झूट
तेरे हर झूट पे यकीन करने का मन करता है पर क्या करें तेरा हर सच बहुत कड़वा होता है
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एक तरफ़ा प्यार जो हमने किया , जुदा होकर वो चले गए तो हमें कोई गिला न हुआ हमने तो उनकी हर नज़र में अपने को दूंढा लेकिन उन नज़रों में सब मिले ब...
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चेहरा
कितना कुछ बदलता है यहाँ हर रोज़ एक नया चेहरा मिलता है यहाँ कहता है हर शख्स यहाँ मेरी शखशियत ही कुछ और है मालूम हो तुम्हें तो मेरी इंसा...