Thursday, March 17, 2011

तेरी हर आरज़ू मेरी चाहत बन जाये
तेरी हर शाम मेरे नाम हो जाये 
जो पूरा हुआ ये खवाब तो
खुदा की इनायत तेरी इबादत बन जाये
 

4 comments:

  1. आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (19.03.2011) को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत की गयी है।आप आये और आकर अपने विचारों से हमे अवगत कराये......"ॐ साई राम" at http://charchamanch.blogspot.com/
    चर्चाकार:Er. सत्यम शिवम (शनिवासरीय चर्चा)

    ReplyDelete
  2. क्या बात है

    सुरक्षित , शांतिपूर्ण और प्यार तथा उमंग में डूबी हुई होली की सतरंगी शुभकामनायें ।

    ReplyDelete
  3. thanks Snagita Mam and Er. Satayam Shivam and Ajay Kumar
    Happy Holi to all of you and thanks for ur appreciation

    ReplyDelete

झूट

तेरे हर झूट पे यकीन करने का मन करता है  पर क्या करें तेरा हर सच बहुत कड़वा होता है